Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में राजनीतिक सरगर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है। NCP में हुए भारी उलटफेर के बीच रविवार दोपहर अजित पवार का गुट शरद पवार से मुलाकात करने पहुंचे है. दरअसल कुछ दिन पहले एनसीपी नेता अजित पवार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी थी और सरकार में शामिल होने का फैसला किया था। अजित पवार ने एनसीपी पार्टी के खिलाफ भी दावा किया है.
और इसी बीच अजित पवार के साथ एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले कई मंत्री यहां चव्हाण केंद्र में पहुंचे हैं। इनमें अजित पवार के साथ शपथ लेने वाले मंत्री छगन भुजबल,दिलीप वलसे पाटिल,हसन मुश्रीफ और अजित पवार गुट
के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे भी शामिल हैं.
जाने NCP शरद पवार गुट के नेता जयंत पाटिल ने क्या कहा ?
जयंत पाटिल ने इस मुलाकात पर कहा कि मुझे सुप्रिया सुले का फोन आया और उन्होंने मुझसे जल्द वाई.बी.चव्हाण केंद्र पहुंचने को कहा. मुझे नहीं पता कि अजित पवार और अन्य विधायक यहां क्यों आए हैं? वाई बी चव्हाण सेंटर में शरद पवार से मुलाकात लौटे अजित पवार गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार हमारे भगवान हैं. हमारे मन में अब भी शरद पवार के लिए सम्मान है। यहां आकर हमने उनका आशीर्वाद लिया है.
प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार ने हमारी बात सुनी। पार्टी कैसे एकजुट रहेगी, इस बारे में पवार को सोचना चाहिए
#WATCH | Ajit Pawar faction leaders Hasan Mushrif and Dilip Walse Patil reach YB Chavan Centre in Mumbai to meet NCP President Sharad Pawar pic.twitter.com/0qrKeAja5b
— ANI (@ANI) July 16, 2023
जाने कौन-कौन मंत्री पहुंचे मुलाकात के लिए
प्रफुल्ल पटेल
अजित पवार
छगन भुजबल
अदिती तटकरे
हसन मुश्रीफ
धनंजय मुंडे
दिलीप वल्से पाटिल
संजय बनसोडे
सुनिल तटकरे
कुछ दिन पहले अजित पवार ने की NCP से बगावत
आपको बतादें की कुछ दिन पहले एनसीपी नेता अजित पवार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी थी और सरकार में शामिल होने का फैसला किया था. अजित पवार ने एनसीपी पार्टी के खिलाफ भी दावा किया है.
इस बीच अजित पवार के साथ एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले कई मंत्री यहां चव्हाण केंद्र में पहुंचे हैं. इनमें अजित पवार के साथ शपथ लेने वाले मंत्री छगन भुजबल,दिलीप वलसे पाटिल,हसन मुश्रीफ और अजित पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे भी शामिल हैं.
अब जो खेल कुछ दिन पहेले महाराष्ट्र की राजनीति में हुआ उसमे अजित पवार की एंट्री से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंधे के केम्प में बड़े तनाव था.
उस समय पार्टी का कहेना था की वो सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शामिल होने से नाराजगी नही है उस समय महाराष्ट्र सरकार में मंत्री उदय सामंत ने शिंदे के इस्तीफा की अफाओं को ख़ारिज किया है,आपको बता दें की एनसीपी के आने से अपने नेताओं में नाराजगी के बिच cm ने आनन-फानन में बैठक बुलाई थी.
क्या बगावत के लहरों के बिच शरद पवार और अजित में बची है सुलह की कोई गुंजाइश?
अभी कुछ दिन पहेले शरद पवार ने पार्टी में खटास के बाद कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और सांसद सुनील तटकरे को पार्टी से निकाल दिया था .
इसके अलावा अजित पवार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए क्षेत्रीय महासचिव शिवाजी राव गर्जे, अकोला शहर जिलाध्यक्ष विजय देशमुख और मुंबई डिविजन के कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद्र राणे को भी पार्टी से बाहर निकाल दिया गया था.
अजित पवार के साथ गए सभी विधायकों को अयोग्य घोषित करने का प्रस्ताव भी पास कर दिया गया था. वहीं इस एक्शन के बाद अजित पवार ने सुनील को एनसीपी की नई टीम का प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर दिया था.
वहीं अब एक दिन पहले अजित पवार जैसे ही शरद पवार से मिलने पहुंचे तो राजनीति गलियारे में चर्चा शुरू हो गई थी. वहीं आज की मुलाकात ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. दरअसल राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या एनसीपी में दोनों गुटों के बीच एक बार फिर सुलह की कोशिशें शुरू हो गई हैं.
क्या विपक्ष की ताकत हुई कम ?
इस बीच,NCP में बंटवारे के बाद लगभग 40 विपक्षी विधायक सत्तारूढ़ दल में शामिल हो गए हैं.
सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की भागीदारी के कारण विपक्ष की ताकत कम हो गई है.
यह हालात तब है जब राज्य में सांप्रदायिक दंगे,किसानों पर दोहरी बुआई का संकट,
मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप जैसे कई मुद्दों पर सरकार को घेरने के कई अवसर थे.
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